झारखंड सरकार की बड़े-बड़े सपने दिखाने वाला योजना “मंईयां सम्मान योजना” के तहत मिलने वाली छठी किस्त का इंतजार कर रही महिलाओं के लिए एक अहम खबर सामने आई है। इस किस्त की पैसे जनवरी में लाभार्थियों के खातों में भेजी जानी थी, लेकिन अब तक ₹2500 की यह किस्त ट्रांसफर नहीं की गई है। इस देरी के पीछे कई कारण हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है फर्जी आवेदनों का खुलासा और सत्यापन प्रक्रिया में लग रहा समय, आइए जानते हैं मंईयां सम्मान योजना पैसे आने में क्यों हो रही है देरी।
क्यों हो रही है किस्त जारी करने में देरी?
- मंईयां सम्मान योजना के तहत सभी लाभार्थियों महिला के आवेदनों की जांच के दौरान कई फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।
- सत्यापन के दौरान सामने आया कि कई फर्जी लाभार्थियों महिलाओं ने गलत तरीके से योजना का लाभ उठाने की कोशिश की है।
- इन फर्जी आवेदनों की जांच और सत्यापन में अधिक समय लग रहा है, जिससे कारन लाभार्थियों महिलाओं को राशि मिलने में देरी हो रही है।
मंईयां सम्मान योजना : बोकारो जिले में बड़ा घोटाला उजागर
किसी – किसी जिले में सामाजिक सुरक्षा विभाग की जांच के दौरान फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है:
- मंईयां सम्मान योजना में लगभग 300 फर्जी लाभार्थियों के नाम पर करीब रू5 लाख ट्रांसफर किए गए थे।
- जांच में पाया गया कि एक ही व्यक्ति के नाम पर 90-96 फर्जी आवेदन किए गए थे।
- उदाहरण के तौर पर, एक महिला के नाम पर 94 फर्जी आवेदन मिले, जिनके लिए बंगाल का पता इस्तेमाल किया गया था।
- इसके अलावा, एक व्यक्ति के खाते में 95 फर्जी आवेदन पाए गए थे, जिनमें फर्जी राशन कार्ड नंबरों का उपयोग किया गया था।
- मंईयां सम्मान योजना के सभी फर्जी आवेदन सितम्बर 2024 को दर्ज किए गए थे।
प्रशासन की कार्रवाई और सख्ती
- मंईयां सम्मान योजना में अब तक 1,000 फर्जी आवेदनों की पहचान की जा चुकी है।
- फर्जी खातों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए गए हैं।
- दोषियों से राशि वसूलने की भी योजना बनाई जा रही है ताकि सरकार को हुए नुकसान की भरपाई की जा सके।
आधार लिंकिंग और सत्यापन की नई गाइडलाइन
मंईयां सम्मान योजना फर्जीवाड़े की घटनाओं को देखते हुए सरकार ने योजना में सख्ती लाने के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं:
- मंईयां सम्मान योजना लाभार्थियों के बैंक खातों को आधार से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है।
- पहले यह प्रक्रिया दिसंबर 2024 तक पूरी करनी थी, लेकिन अब इसे मार्च 2025 तक बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
- समाज कल्याण विभाग ने इस पर एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे जल्द ही मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
योजना का उद्देश्य और लाभार्थियों को क्या करना चाहिए?
- मंईयां सम्मान योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, जिसके तहत हर लाभार्थी महिला को ₹2500 मासिक सहायता प्रदान की जाती है।
- अब तक इस योजना का लाभ 56,61,791 महिलाओं को मिल चुका है।
- जनवरी 2025 की किस्त केवल उन्हीं महिलाओं को मिलेगी जिनके खाते आधार से लिंक हैं।
कब तक आएगी अगली किस्त?
सरकार के अनुसार, जैसे ही सभी लाभार्थियों के आवेदन का सत्यापन पूरा होगा और आधार लिंकिंग प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, फरवरी 2025 में बकाया राशि उनके खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- किस्त में देरी का कारण: सत्यापन प्रक्रिया और फर्जीवाड़े की जांच हो रही है|
- सख्त कार्रवाई: फर्जी लाभार्थियों पर एफआईआर और वसूली की जाएगी|
- नई गाइडलाइन: आधार लिंकिंग अनिवार्य, समय सीमा मार्च 2025 तक बढ़ सकती है|
- भविष्य की प्रक्रिया: सत्यापन पूरा होते ही राशि ट्रांसफर की जाएगी
अनुमान:
मंईयां सम्मान योजना, महिलाओं के लिए एक सकारात्मक पहल है, लेकिन इस योजना के प्रक्रिया में जो देरी हो रही है, वह समस्याओं का कारण बन सकती है। अगर सरकार अपनी प्रक्रिया में सुधार करती है और लाभार्थियों को समय पर मदद पहुंचाती है, तो यह योजना वाकई महिलाओं के जीवन में एक बदलाव ला सकती है।